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सुगंधित फसलों को उगाने के लिए सरकार दे रही है ट्रेनिंग, होगा बंपर मुनाफा

सुगंधित फसलों को उगाने के लिए सरकार दे रही है ट्रेनिंग, होगा बंपर मुनाफा

इन दिनों देश में विभिन्न प्रकार की फसलों का चलन बढ़ा है। अलग-अलग तरह की फसलों को उत्पादित करने से किसानों को मोटा मुनाफा हो रहा है। इसलिए किसानों का रुझान इस ओर तेजी से बढ़ता जा रहा है। इसको देखते हुए सरकार अब सुगंधित फसलों की खेती करने के लिए किसानों को प्रोत्साहित कर रही है। इसके लिए सरकार ने एक योजना लॉन्च की है, जिसे 'एरोमा मिशन' का नाम दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत किसानों को लेमन ग्रास, पामारोजा, मिंट, तुलसी, जिरेनियम, अश्वगंधा, कालमेघ, पचौली और कैमोमाइल जैसी फसलों को उगाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। यह ट्रेनिंग लखनऊ में आयोजित की जाएगी। सीएसआईआर-केंद्रीय औषधीय एवं सगंध अनुसंधान संस्थान मिलकर आगामी 26 से 28 अप्रैल तक किसानों के लिए एक ट्रेनिंग कार्यक्रम शुरू कर रहा है। जिसमें किसानों को सुगंधित फसलों की खेती के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस ट्रेनिंग में फसलों की प्रोसेसिंग की भी पूरी जानकारी दी जाएगी। साथ ही फसलों की गुणवत्ता और बाजार में उनके भाव को लेकर भी जागरुख किया जाएगा। यह भी पढ़ें: इस राज्य के किसान अब करेंगे औषधीय और सुगंधित पौधों की खेती जो भी किसान भाई इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में हिस्सा लेना चाहते हैं वो डायरेक्टर सीआईएमएपी, लखनऊ के नाम पर भारतीय स्टेट बैंक में 3 हजार रुपये की फीस का भुगतान कर सकते हैं। जिसका खाता नंबर 30267691783 है तथा IFSC कोड SBIN000012 है । इसके बाद रुपये भेजने का प्रमाण पत्र या रशीद मेल आईडी training@cimap.res.in पर भी भेजें। सीएसआईआर-केंद्रीय औषधीय एवं सगंध अनुसंधान संस्थान ने अपने नोटिफिकेशन में बताया है कि किसानों का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। किसान को ट्रेनिंग के दौरान लखनऊ में रहने की व्यवस्था खुद करनी होगी। ट्रेनिंग के दौरान किसानों को दोपहर का खाना उपलब्ध करवाया जाएगा। इस बार की ट्रेनिंग के लिए मात्र 50 सीटें उपलब्ध हैं। अधिक जानकारी के लिए किसान भाई  0522-2718596, 598, 606, 599, 694 पर संपर्क कर सकते हैं।
जानिए अरोमा मिशन क्या है और इससे किसानों को क्या फायदा है

जानिए अरोमा मिशन क्या है और इससे किसानों को क्या फायदा है

बैंगनी क्रांति मतलब कि अरोमा मिशन ने किसानों की तकदीर बदल दी है। दरअसल, इस योजना के अंतर्गत किसानों की आमदनी में लगभग 2.5 गुना बढ़ोत्तरी हुई है। साथ ही, रोजगार में भी बढ़वार हो रही है। सरकार की इस योजना के माध्यम से तेलों एवं अन्य सुगंधित उत्पादों को तैयार करने में सहायता मिल रही है। किसानों की आमदनी को कई गुणा बढ़ाने के लिए भारत सरकार के द्वारा विभिन्न प्रकार की शानदार योजनाऐं चलाई जा रही हैं। इन्हीं में से अरोमा मिशन भी है, जो किसानों की आमदनी को दोगुना से भी कहीं ज्यादा करने में सहायता कर रही है। इस योजना की सहायता से किसान अपने खेत में सुगंधित फसलों की खेती बड़ी ही सुगमता से कर रहे हैं। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए-नए अवसर भी उत्पन्न हो रहे हैं। जिससे किसानों के साथ-साथ आम नागरिक भी आत्मनिर्भर हो सकें। मीडिया खबरों के अनुसार, अरोमा मिशन के अंतर्गत भारत के किसानों की आमदनी में तकरीबन 2.5 गुना इजाफा देखने को मिला है।

अरोमा मिशन आखिर होता क्या है

आपकी जानकारी के लिए बतादें, कि अरोमा मिशन सुगंधित फसलों की खेती को बढ़ावा देने के लिए जारी की गई सरकार की एक अनोखी कवायद है। इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य सुगंधित तेलों एवं अन्य सुगंधित उत्पादों के विनिर्माण में भारत की उद्यमिता को बढ़ावा देना है। इसके अतिरिक्त इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नवीन अवसर पैदा करना भी है। इसके अतिरिक्त इस मिशन के अंतर्गत किसानों को बीज व पौधे भी मुहैय्या करवाए जाते हैं। साथ ही, खेती किसानी की नई-नई तकनीकों के विषय में भी सिखाया जाता है। खबरों की मानें तो इस मिशन में केवल किसान ही नहीं बल्कि उसका संपूर्ण परिवार भी खेती-किसानी की तकनीक को सीख सकते हैं।

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अरोमा मिशन से किसानों को क्या लाभ हुआ है

अरोमा मिशन जम्मू कश्मीर में चलाए जाने वाला एक मिशन है। अरोमा मिशन में वैज्ञानिकों द्वारा भी पूरा सहयोग किया जा रहा है। अरोमा मिशन के अंतर्गत वैज्ञानिक सीधे तौर पर किसानों के खेतों पर पहुंच रहे हैं। साथ ही, उनकी विभिन्न प्रकार की दिक्कतों को भी हल कर रहे हैं। जानकारी के लिए बतादें, कि किसान फसल की उगाई से लगाकर उनकी कटाई तक वैज्ञानिकों की सहायता प्राप्त कर सकते हैं। इस संदर्भ में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की महानिदेशक एन कलाईसेल्वी ने बताया है, कि कृषि वैज्ञानिक फिलहाल प्रयोगशाला में ही बैठकर फसलों की निगरानी और किसानों की सहायता नहीं कर रहे हैं। वह फिलहाल स्वयं चलकर किसान का हाथ पकड़ रहे हैं। इसके साथ ही उनकी प्रत्येक दिक्कत-परेशानी को दूर करने की कोशिशों में जुटे हैं।